एंटीबॉडीज से बनी दवा का मनुष्यों पर ट्रायल शुरू, जून के अंत तक परिणाम आने की उम्मीद
सेहतराग टीम
संक्रमित मरीज की एंटीबाडी से बनी दवा का ट्रायल करने के लिए एक और कंपनी मैदान में उतर गयी है। अमेरिकी दवा कंपनी एलि लिली ने सोमवार को बताया कि कोरोना के इलाज में एंटीबॉडीज की उपयोगिता और उसके असर को देखने के लिए मनुष्यों पर ट्रायल शुरू हो गया है। ट्रायल का परिणाम जून के आखिर में आने की संभावना है।
पढ़ें- कोरोना वायरस की हर जानकारी और मदद के लिए यहां देखें राज्यवार हेल्पलाइन नंबर
वैज्ञानिकों का कहना है कि एंटीबाडी ट्रीटमेंट को इस तरह डिजाइन किया गया है जिससे कोरोना वायरस को न्यूट्रलाइज किया जा सकता है। दुनिया की कई और लैब भी एंटीबॉडीज पर काम कर रही हैं। लेकिन एलि लिली ट्रायल शुरू करने वाली पहली कंपनी है।
कंपनी का कहना है कि जिस दवा से परिक्षण होगा उसे एलवाई-सीओवी555 नाम दिया गया है जिसे एक निजी कंपनी की मदद से तैयार किया गया है। इस दवा के जरिए कोरोना के स्पाइक प्रोटीन की सरंचना को निष्क्रिय किया जा सकता है जिससे वायरस शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाएगा और न ही नुकसान पहुंचा पाएगा।
इसे भी पढ़ें-
क्या किसी के पास आने पर सांस रोक लेने से कोरोना से बचाव किया जा सकता है?
Comments (0)
Facebook Comments (0)